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कल रात लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिए क्या पड़ेगा प्रभाव, इस दिन भूलकर भी न करें ये काम

नई दिल्ली: साल का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 10 जनवरी की रात 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर रात के 2 बजकर 42 मिनट तक चलेगा. भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, अर्जेंटीना जैसे देशों में दिखाई देगा. वैज्ञानिक दृष्टि से देखे तो इस ग्रहण को पूर्ण रूप से चन्द्र ग्रहण नही कहा जा सकता क्योंकि ये एक उपछाया का ग्रहण है. ऐसे में चंद्रमा की स्थिति में कोई विशेष परिवर्तन तो नही होंगे पर चंद्रमा की एक खूबसूरत तस्वीर जरूर उभर कर आएगी. इस चन्द्रमा का महत्व इतना जरूर है कि ये 2020 में लगने वाला पहला ग्रहण है.

वर्ष 2019 के अंत मे पूरी दुनिया ने एक अद्भुत सूर्य ग्रहण देखा जिसे रिंग ऑफ फायर कहा गया. वर्ष 2020 के शुरुआत के दूसरे हफ्ते में भी एक चन्द्र ग्रहण की स्थिति बन रही है. जिसे यूरोप और अमेरिका जैसे देशों द्वारा 'वुल्फ एक्लिप्स' का नाम दिया गया है. यूरोप में इस तरह की खगोलीय घटनायों को एक नाम देने की परंपरा रही है.

किसे कहते हैं चन्द्र ग्रहण
जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की ऐसी खगोलीय स्थिति बनती है कि तीनों एक ही सीध में हो तब पृथ्वी की छाया चन्द्रमा में पड़ती है, इसे ही चन्द्र ग्रहण कहते है. चन्द्र ग्रहण में चन्द्रमा का आकार और अवधि उसकी स्थिति पर निर्भर करता है. चन्द्र ग्रहण शुरू होने के बाद पहले तो यह काला दिखाई देता है, लेकिन बाद में यह धीरे धीरे लाल रंग का हो जाता है. माना जा रहा है कि चन्द्र ग्रहण के दौरान पूरा आकाश लाल रंग का चमक उठेगा और इस पूरी प्रक्रिया को नासा ने मोस्ट डैजलिंग शो यानी सबसे चमकदार शो का नाम दिया है.

क्या करें और क्या नहीं
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस ग्रहण काल के दौरान लोगों को वैदिक मंत्रों का जाप करना चाहिए, लेकिन पूजा-पाठ नहीं. भगवान का मन में ही स्मरण करना चाहिए और जहां देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित हो उस स्थान में पर्दा लगा देना चाहिए. क्योंकि ग्रहण के समय भगवान की मूर्ति को स्पर्श करना निषिद्ध माना गया है. पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है. मंत्र जाप किया जाता है और इस समय में मंत्र सिद्धि का भी महत्व है. ग्रहण के समय खाना-पीना, सोना, नाखून काटना, भोजन बनाना, तेल लगाना आदि कार्य भी वर्जित हैं. ग्रहण काल में बच्चे, बूढ़े, गर्भावस्था स्त्री के भोजन लेने में कोई परहेज नहीं हैं.

 

 

 


सौजन्य : ज़ी न्यूज

 

 

 

 

09 January, 2020

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