भोपाल : शुक्रवार, अनुसूचित जनजाति वर्ग एवं कमजोर वर्गों का सर्वांगीण विकास और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश सरकार की अनुसूचित जनजाति वर्ग एवं कमजोर वर्गों का सर्वांगीण विकास प्रतिबद्धता है। उनके मन में यह विश्वास होना चाहिए कि सरकार हरदम उनके साथ खड़ी है। हमें उनका आर्थिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक सशक्तीकरण करना है। प्रदेश में अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ देने तथा समाज में श्रेष्ठ कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए प्रदेश में जनजातीय गौरव दिवस मनाए जाएगा । उमरिया जिले में 25 नवम्बर को तथा बड़वानी जिले में 27 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आयोजन की व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक ले रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल आदि उपस्थित थे।
इसमें कई कार्यक्रम आयोजित किये जायगे जिनमें इसप्रकार है
एक हजार से अधिक वनाधिकार पट्टों का वितरण ,अनुसूचित जनजाति वर्ग के जेईई, नीट एवं क्लैट में चयनित विद्यार्थियों को जनजातीय गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। जनजातीय वीरों की गाथा पर आधारित फिल्म रणबांकुरे का प्रदर्शन भी किया जाएगा , प्रदेश में 'समरस छात्रावासों' की स्थापना की जाएगी, जिनमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के साथ ही अन्य वर्ग के विद्यार्थी भी रहेंगे।
प्रदेश के अनुसूचित जनजाति जिलों में 'फूड पार्क' बनाए जाने की भी योजना है जिनमें उन क्षेत्रों के उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही आदिवासी समाज की परम्परागत औषधियों को बढ़ावा दिए जाने की भी योजना है। आदिवासी बोलियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा।