भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बलिदानियों का स्मरण जरूरी है। भोपाल में रानी कमलापति की प्रतिमा की स्थापना उनके बलिदान के प्रति आमजन द्वारा अभिव्यक्त किया गया सम्मान है। देश की स्वतंत्रता के लिए जो शहीद हुए, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना आवश्यक है। मध्य प्रदेश के गोंड राजाओं और रानियों का स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। रघुनाथ शाह, शंकर शाह, रानी दुर्गावती आदि का बलिदान इतिहास में दर्ज है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रानी कमलापति ने अपने 14 वर्षीय पुत्र नवल शाह को युद्ध भूमि में संग्राम के लिए भेजा जो शहीद हुए थे। इसके पश्चात स्वयं सम्मान और स्वाभिमान के खातिर रानी ने जौहर किया। भोपाल की झील में उन्होंने जल समाधि ली। भारतीय संस्कृति में ऐसे बलिदान याद रखे जाते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल में प्रतिवर्ष रानी कमलापति की स्मृति में कार्यक्रम होगा जिसमें प्रदेश के गोंडवाना अंचल के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। भोपाल के संस्थापक राजा भोज की झील के पास प्रतिमा स्थापित की गई थी। इसी श्रंखला में रानी कमलापति की प्रतिमा की स्थापना नागरिकों के लिए गर्व का विषय है।