भोपाल -होशंगाबाद जिले का प्राचीन नाम नर्मदापुरम रखने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद मप्र विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने शनिवार को मालवीय नगर स्थित कार्यालय पर आतिशबाजी कर कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया । सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हमने कोई नाम नहीं बदला था। होशंगाबाद का प्राचीन नाम नर्मदापुरम् था। यहाँ जब हुशंगशाह लुटेरा आया था तो उसने यहाँ हमला किया। मठ-मंदिर तोड़े, बेटियों की इज्जत लूटी और मां नर्मदा नदी के नाम से जाने वाले नर्मदापुरम् से बदलकर होशंगाबाद कर दिया था । नर्मदा जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सेठानी घाट पर आरती के दौरान होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम् रखने की घोषणा की है, जिससे वहा पर लोगो में खुशी की लहर दौड़ गई । नर्मदा नदी का जल भोपाल को मिल रहा है। मुख्यमंत्री जैत गांव के बेटे हैं। मां नर्मदा के गोद में पले-बड़े हैं। सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कस्ते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि नाम परिवर्तन से कोई फर्क नहीं पड़ता है तो दिग्विजय सिंह का नाम मोहम्मद याकूब रखकर दो,
या मेनन रख दो या राहुल अंकल का इमाम बना रख दो, कुछ और नाम रख दो। नाम में सत्यतता होती है। आपके पूर्वजों ने सोचा होगा कि मेरा बेटा दिग्विजय बनेगा, उन्हें नहीं मालूम नहीं था कि मेरा बेटा हिन्दू धर्म में पैदा होगा और मुसलमान की टोपी लगाकर नमाज पढ़ेगा, इसलिए हम यहां पैदा हुए हैं। नमाज से इतराज नहीं। हम धर्म को हानि पहुंचाने वालों को बिरयानी नहीं खिला सकते हैं। हम राम के अपमान करने वालों को माला नहीं पहना सकते हैं।