भोपाल । राजधानी भोपाल में फर्जी कागजो से प्रापर्टी बैचने के मामले दिनो दिन बढते ही जा रहे है । फर्जी कागजात लगाकर बैंक में खाता खोलकर धोखाधड़ी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। एक तरफ जहां फ्लैट के 17 लाख रुपया लेकर फ्लैट किसी और को बेच दिए जाने के मामला सामने आया है। पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है ।
इस संबंध में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना अयोध्या नगर अंतर्गत आसपास के इलाकों में रियल एस्टेट का काम तेजी से चल रहा है इसी कारोबार के चलते एक दूसरे को चूना लगाए जाने के मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं बताया जाता है कि नरेला शंकरी स्थित सुरभि होम्स के योगेश ने वर्ष 2018 में 5 साल पूर्व संदीप नामक व्यक्ति से एक प्लेट केक किया था जिसका अनुबंध भी हुआ किंतु अनुबंध में 17 लाख 20000 रुपए लेने के बाद भी आरोपी ने योगेश सूद को ना तो फ्लैट दिया एवं न ही उनके रुपए लौटाए जब योगेश ने संदीप से अपने रुपए वापस मांगे तो वह उन्हें रुपए देने के बजाय धमकियां देने लगा थक हार कर संदीप सूद ने पुलिस की शरण ली। उन्होंने थाना श्यामला हिल्स पुलिस को लिखित आवेदन देकर बताया कि उन्होंने वर्ष 2018 में संदीप से एक प्लेट क्रय किया था किंतु रुपए लेने के बाद भी संदीप ने उन्हें प्लेट नहीं दिया थाना अयोध्या नगर पुलिस ने योगेश की रिपोर्ट पर संदीप के विरुद्ध भादवि की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
उधर राजधानी की शाहपुरा पुलिस ने एक व्यक्ति द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाकर बैंक में खाता खुलवाने के मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। इस संबंध में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना शाहपुरा अंतर्गत गुलमोहर कॉलोनी स्थित ग्रीन सिटी निवासी मनीष त्रिपाठी रांची संदीप खंडेलवाल के विरुद्ध थाना शाहपुरा में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उन्होंनेगत 2 मार्च कर रही है।
2023 को फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर बैंक में खाता खुलवा कर धोखाधड़ी की है थाना शाहपुरा पुलिस ने मनीष त्रिपाठी की रिपोर्ट पर रांची खंडेलवाल के विरुद्ध भादवि की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है पुलिस आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
राजधानी भोपाल में मकान एवं फ्लैट के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी लगातार सामने आ रहे है। राजधानी पुलिस एवं साइबर क्राइम पुलिस समय-समय पर नागरिकों को सचेत करते रहते हैं कि धोखे बाजो एवं झांसे बजो के चक्कर में ना आए। इसके बावजूद देखने में आ रहा है। कि कहीं से भी फोन आने पर लोग फोन धारक को अपनी सारी जानकारी उपलब्ध करा देते है जिससे कि फोन करने वाले आरोपी आसानी के साथ लोगों को छून लगा देते हैं।