लखनऊ ;उत्तरप्रदेश की मऊ विधनसभा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लखनऊ से बांदा जेल भेजा जा रहा है। इसके अलावा करीब 26 कुख्यातों को भी शासन के निर्देश पर दूसरी जेलों में स्थानांतरित किया गया है। मुख्तार अंसारी को लेकर कई दिनों से लखनऊ में माथापच्ची चल रही थी। गुरुवार की देर रात्रि तक मुख्तार को बांदा जेल में दाखिल किया जा सकता है।
मुख्तार अंसारी छह साल तक आगरा की सेंट्रल जेल में रहे थे। उन्हें जून 2010 में मथुरा जेल से आगरा भेजा गया था। सपा से मुख्तार की बढ़ती नजदीकियों की वजह से 20 जून 2016 को उन्हें सेंट्रल से लखनऊ जिला जेल स्थानांतरित किया गया था। तभी से मुख्तार लखनऊ जेल में ही थे। वह विधानसभा का चुनाव भी मऊ विधानसभा क्षेत्र से फिर से जीते हैं।
निजाम बदलने के बाद से ही मुख्तार को लखनऊ से दूसरी जेल में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही थी। मुख्तार को प्रदेश की कई जेलों में भेजने को लेकर अधिकारियों में चर्चा हुई, लेकिन शासन ने मुख्तार को बांदा जेल भेजा है।
मुख्तार की पार्टी कौमी एकता दल का सपा से विलय की घोषणा हुई, लेकिन विलय की औपचारिकता पूरी होने से पहले ही मुख्तार को दूसरी जेल भेज दिया गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की नाराजगी की वजह से विलय नहीं हुआ। कौमी एकता दल का बसपा से विलय हुआ और अंसारी बंधुओं को बसपा से टिकट मिला।
कारागार लखनऊ के एडीजी जीएल मीणा ने बताया कि मुख्तार अंसारी को बांदा जेल भेजा गया है। कई अन्य को भी दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है। जेलों में अनुशासन बनाए रखने एवं प्रशासनिक हित में शासन ने यह कदम उठाया गया है।'
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