मुंबई ,22 अप्रेल मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने बीती रात एक बिल्डर से 4 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में 43 वर्षीय वकील समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को तब पकड़ा गया जब वे रंगदारी की 60 लाख रुपये की पहली किस्त लेने पहुंचे। पुलिस पहले से घात लगाकर इंतजार कर रही थी और जैसे ही वे मौके पर पहुंचे दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पेशे से वकील 43 वर्षीय संतोष संस्कार और उसके सहयोगी अर्जुन मुल्तानी के रूप में हुई है। अपराध शाखा के सूत्रों के अनुसार, मामले में शिकायतकर्ता अरिहंत रियल्टर्स है, जिन्होंने चेंबूर के अमर महल इलाके के पंचशील नगर में एक झुग्गी पुनर्वास परियोजना शुरू की है।
झुग्गीवासियों में से कुछ ने परियोजना के कार्य में अनियमितता का आरोप लगाते हुए स्लम पुनर्वास प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराई थी। अपराध शाखा के एक अधिकारी ने कहा, शिकायतकर्ता किरायेदारों ने अपनी शिकायतों को वापस लेने के लिए 4 करोड़ रुपये की मांग की थी। चूंकि बिल्डर बदमाश किरायेदारों को किसी भी राशि का भुगतान करने के मूड में नहीं था, इसलिए उसने अपराध शाखा से संपर्क किया। फिर वसूली विरोधी प्रकोष्ठ के निरीक्षक योगेश चव्हाण के नेतृत्व में एक टीम को जांच में लगाया गया और बीती रात आरोपियों को पकडऩे के लिए जाल बिछाया गया।
अधिकारी ने अनुसार, आरोपी पहले जबरन वसूली की राशि का 15 प्रतिशत हिस्सा लगभग 60 लाख रुपये लेने के लिए सहमत हुए थे और जब दोनों आरोपी चर्नी रोड पर पंचरत्न भवन में पैसे लेने आए तो उन्हें शिकायतकर्ता से पैसे लेते हुए पकड़ लिया गया।
इस मामले में अन्य किराएदार भी आरोपी हैं। अधिकारियों के मुताबिक, उनकी भूमिका का पता चलने के बाद उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। दोनों आरोपियों को बीती रात गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। निरीक्षक चव्हाण ने कहा कि अदालत ने उन्हें 25 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।