भोपाल, 22 अप्रैल राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (एनएलआइयू) के प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती के खिलाफ यौन शोषण मामले में जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है। प्रो. मोहंती के खिलाफ करीब डेढ़ माह पहले 100 छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक यह छात्राएं न्याय का इंतजार कर रही हैं। इस माले में विशेष जांच दल (एसआइटी) दल गठित किया गया था। एसआईटी प्रमुख डीसीपी विनीत कपूर का कहना है कि मामले में जांच पूरी कर ली गई है। प्रोफेसर मोहंती के खिलाफ आरोप सही पाए गए हैं, जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। इस मामले में जब से चार छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई तबसे स मामले में सख्ती बढ़ गई है। विवि भी विद्यार्थियों के दबाव में लिखा गया, प्रो. मोहंती का इस्तीफा स्वीकार किया जा चुका है। जानकारी के अनुसार प्रो. मोहंती नौक्री से निकाले जाने के खिलाफ न्यायालय की शरण लेने वाले हैं। विवि के प्रोफेसर्स का कहना है कि एसआइटी लगभग हर रोज विवि पहुंच रही है। इस मामले में एसआइटी ने 100 छात्राओं से सबूत लेकर जांच प्रक्रिया जारी की है। हालांकि अब भी विवि को अन्य पीडि़त छात्राएं प्रोफेसर के खिलाफ सामने नहीं आ रही हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि छात्राओं में प्रोफेसर का डर बना हुआ है। वे करीब 21 साल से इस विवि में पदस्थ रहे हैं। अपनी ऊंची पहुंच के कारण वे कुछ भी कर सकते हैं। हालांकि अब भी छात्राओं की काउंसलिंग की जा रही है, क्योंकि आरोप 100 छात्राओं के हैं, लेकिन इतना समय बीतने पर भी चार के अतिरिक्त अन्य छात्राओं ने सामने आकर एफआइआर दर्ज नहीं कराई है। एनएलआयू के विद्यार्थियों ने दस मार्च को प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाते हुए इस्तीफा लिखने पर मजबूर कर दिया था। मामले में शासन ने ११ मार्च को डीजीपी को जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद चार छात्राओं ने १७ मई को प्रोफेसर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। शिकायत में छात्राओं ने अश्लील मैसेज व वीडियो भेजने की बात लिखी।
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