भोपाल, बिजली चोरी करने के आरोप अक्सर झुग्गीवालों पर ही लगते रहे हैं, लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। शहर में कुछ रहीस लोग भी चोरी से बिजली जला रहे हैं। बिजली चोरी के 558 प्रकरणों में से आधे मामले बडे संपन्न परिवारों के घर हैं। मध्य क्षेत्र बिजली कंपनी के शहर वृत्त ने इन बिजली चोरों को पकड़ा है। यह कार्रवाई एक से दस जून के बीच की है। बिजली कंपनी ने बिजली चोरों को सख्त चेतावनी दी है। जिसमें कहा है कि बिजली चोरी करते पाए गए तो मीटरों में छेड़छाड़ करने के बदले शासकीय संपत्ति से छेड़छाड़ का केस बनाया जाएगा। इस तरह के प्रकरणों में जेल व जुर्माना का प्र्राविधान है। कुल खरीदी जानक वाली बिजली में से 15 प्रतिशत हो रही चोरी : शहर में 4.50 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। इनके लिए खरीदी जाने वाली कुल बिजली में से 15 प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है। चोरी के प्रकरणामें में पता चला है कि बिजली चोरी करने वाले लोग मीटरों में छेड़छाउ़ करते हैं। मीटरों में करंट तो जाता है लेकिन उस करंट का धरों में उपयोग न कर मीटरों को बायपास कर बिजली चोरी की जा रही है। शहर में बिजली चोरी करने वाले जिन 558 लोगों को पकड़ा गया है, उन्होंने एक अनुमान के मुताबिक 50 लाख रुपये की बिजली चोरी कर जलाई है। बिजली कंपनी ने इन पर 1.30 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि ये नियमानुसार कनेक्शन लेकर बिजली जलाते तो 50 लाख रुपये चुकाने पड़ते, अब इनहें 1.30 करोड़ रुपये चुकाने होंगै। नहीं चुकाए तो पुलिस व कोर्ट के चक्कर लगाने होंगे।
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