कटनी/ भोपाल। विजयराघवगढ़ के ग्राम बंजारी मं स्थित हरिहर तीर्थ धाम संतों के पदार्पण से पवित्र हो रही है। स्वामी अवधेशानंद जी महराज, बागेश्वर सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गत दिवस आयोजन के साक्षी बने थे तो वहीं मंगलवार को श्री श्री रविशंकर जी, श्री महंत राजेंद्रदास जी, शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती सहित महान संतों का आगमन हुआ। मैहर के प्रधान पुजारी देवी प्रसाद जी भी हरिहर तीर्थ पहुंचे। उल्लेखनीय है कि जगतगुरू रामनंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी का आगमन पूर्व में ही हो चुका है जिनके मुखारबिंद से रामकथा का रसपान कराया जाएगा।
प्रधान सेवक संजय सत्येंद्र पाठक द्वारा ईश्वरीय परिकल्पना और अपने दृढ संकल्प को सार्थक रूप देने के लिए महानदी और कटनी नदी के संगम तट पर स्थित राम राजा पहाड़ पर दिव्य हरिहर तीर्थ बनाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। यहां लगातार मंत्रियों, विधायकों द्वारा सहभागिता दर्ज कराई जा रही है तो वहीं देश की महान विभूतियों के पदार्पण भी हो रहे हैं। संजय सत्येंद्र पाठक के आमंत्रण पर महान संतों और विभिन्न पीठों के पीठाधीश्वरों का आगमन इस पावन धाम में प्रारंभ हो गया है। आज हरिहर तीर्थ धाम में जहां स्वामी राम भद्राचार्य जी द्वारा राम कथा प्रारंभ की जाएगी तो वहीं श्री श्री रविशंकर जी, श्री महंत राजेंद्रदास जी, शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती सहित अन्य संतों द्वारा क्षेत्र की जनता को अपने आशीर्वचन से अभिसिंचित किया जाएगा। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो उन्होंने स्वप्न में भी यह कल्पना नहीं की थी कि झाड़ झांखाड़ से भरे पड़े निर्जन पहाड़ में इस तरह का अतुलनीय धार्मिक आयोजन होगा और कभी यहां देश के बड़े बड़े मठाधीशों, शंकराचार्यों, महान संतों के दर्शन होंगे।
चारों धाम, भगवान परशुराम की गगनचुंची प्रतिमा की स्थापना, भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप, द्वादश ज्योतिर्लिंग, नौ देवियों की स्थापना, अयोध्या की तर्ज पर भव्य राम मंदिर का निर्माण, माता शबरी, निषादराज की प्रतिमा की स्थापना कराने का अद्भुत संकल्प लेने वाले संजय सत्येंद्र पाठक द्वारा हरिहर तीर्थ धाम के निर्माण कार्य की चर्चा पूरे देश में हो रही है तो वहीं क्षेत्र के नागरिक भी प्रधान सेवक के इस कार्य की मुक्त कंठ की सराहना करने से नहीं चूक रहे। खास बात यह है कि महान संतों के पदार्पण से यहां की धरती पवित्र हो रही है और लोगों को सहज की संतों के दर्शन मिल रहे हैं।