मुरैना, 25 जून ; मुरैना में बंदूक अड़ाकर नाबालिग का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीडि़ता का आरोप है कि पांच दिन तक कमरे में बंद करके उसके साथ बारी-बारी से कई बार दुष्कर्म किया गया। मामला थाने तक पहुंचा तो दो पुलिसकर्मी आरोपितों के साथ मिलकर नाबालिग के परिवार को खत्म करने फिर अपहरण करके गैंगरेप करने तक की धमकी देने लगे। दोनों आरोपित पुलिसकर्मी के रिश्तेदार बताए गए हैं, जिनमें से एक को पीडि़त नाबालिग पहचानती भी है। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों पर सामूहिक दुष्र्क की धाराओं में केस दर्ज कर लिया, लेकिन दुष्कर्मियों का साथ देने वाले पुलिसकर्मियों पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मुरैना शहर के इस्लामपुरा में रहने वाले १७ साल की पीडि़ता ने बताया कि बिण्डवा क्वारी गांव के भेला गुर्जर व भूरा गुर्जर १६ जून की रात को उसके घर में आ धमके। उस दिन मां एक रिश्तेदार की शादी में लौटकर सो चुकी थी। आरोपितों ने उसके सिर पर बंदूक अड़ा दी और गोली मारने की धमकी देकर बाइक पर बैठा लिया। इसके बाद आरटीओ बैरियर के पास किसी गांव में ले गए, रामवती नाम की एक महिला के घर के एक कमरे में बंद कर दिया, जिसे आरोपित बार-बार मामी बोल रहे थे। इस कमरे में पांच दिन बंद रखकर उसके साथ भूराव भोला गुर्जर ने कई बार गलत काम किया। जब इन्हें पता चला कि घरवालों ने थाने में शिकायत कर दी है, तब २१ जून की शाम चार बजे भूरा और भोला ने उसे छोड़ दिया। पीडि़ता की शिकायत पर अपहरण व सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया है।