भोपाल : ब्यावरा में सीएए के समर्थन में निकाली गई रैली में कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा द्वारा की गई मारपीट के मामले में सोमवार को राजनीति गरमा गई। पूर्व मंत्री और बीजेपी के विधायक विश्वास सारंग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधमंडल राजगढ़ पहुंचा, जहां उन्होंने दोनों महिला अफसरों पर कार्रवाई की मांग की। घटना के बाद महिला अधिकारी को धक्का देने और उनके बाल खींचने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नागरिकता कानून के समर्थन में बीजेपी द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के बीच राजगढ़ डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने कार्यकर्ता पर कई थप्पड़ बरसाए थे तभी बड़ी संख्या में पार्टी कर्य्कर्ताओ ने महिला अधिकारी को घेर लिया और उनकी चोटी खींच ली।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'क्या वह (डिप्टी कलेक्टर) पार्टी की गुलाम हैं। पार्टी के नेताओं के इशारे पर इस तरह का काम करेंगी। वह ध्यान रखें कि वह जनता की सेवक हैं। सत्ता के मद में चूर होकर जिस तरह की घटना उन्होंने की है, उसे बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।' उन्होंने कहा, 'हम डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कराएंगे। यदि एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।'
,प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ट कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मध्य प्रदेश के राजगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की गुंडागर्दी सामने आ गई। महिला जिला कलेक्टर और महिला एसडीएम अधिकारियों को पीटा गया, बाल खींचे गए। महिला अधिकारियों की बहादुरी पर हमें गर्व है।'
CAA के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटे जाने के खिलाफ खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने पूछा कि क्या डिप्टी कलेक्टर को बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटने का आदेश मिला था।